शुक्रवार, 21 मार्च 2014

प्रताडऩा के चलते किया कृषक ने खुदकुशी ?


रायपुर (अभनपुर)
इस प्रजातांत्रिक देश में आज भी अमीर-गरीब के बीच वर्गभेद से कथित सामेती किस्म के लोग हैं- जिनके चलते आम और किसान न केवल प्रताडि़त हो रहे हैं बल्कि खुदकुशी आने विवश भी हो रहे है- इसी तरह का एक मामला गत दिवस अभनपुर तहसील थाना नवापारा (राजिम) में दर्ज हुआ है जिसमें उक्त थाना अंतर्गत ग्राम तोरला निवासी नेतराम सिन्हा पिता श्री नंदराम सिन्हा उम्र (40 वर्ष) द्वारा 19 फरवरी को जहरीला  पदार्थ का सेवन कर. आत्महत्या कर लिया गया। मृतक के परिजनों को डॉक्टर द्वारा उक्त जानकारी दी गई है। मामले पर कार्यवाही करते हुए घटना पश्चात पुलिस द्वारा बयान दर्ज कर पंचनामा करवाया गया था।
अब नेतराम के मौत के बाद उठे सवालों को लेकर मृतक के बड़े भाई कृष्णा प्रसाद सिन्हा ने उचित कार्यवाही होने का विश्वास लेकर मोर्चा खोल दिया है इसी तरह के आशय के एक जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी देते हुए उसमे बताया है कि मृतक नेतराम सिन्हा ग्राम तोखा निवासी लघु कृषक होने के साथ टेलरिंग का व्यवसाय अताथा ने तमाम द्वारा अभनपुर निवासी टीकम राठी जो की जमीन के खरीद फरोख्त के साथ साहूकारी करता है से 5-6 माह पूर्व कर्ज लिया था। उल्लेखनीय है कि इस दौरान उक्त कर्ज के जमानत रूप में राठी के पास ऋण पुस्तिका जमा कर दिया था। उसी कर्ज के अदायकी के लिए राठी द्वारा मृतक को उसकी 2 एकड़ 3 डिसमील कृषि भूमि को विक्रय करने बाध्य किया गया, जानकारी में बताया गया है कि मृतक कर्ज को अदा करने सिर्फ एक एकड़ भूमि बेचने के पक्ष में था जिसे लेकर आग्रह भी किया था, उक्त कृषि भूमि को खरीदने वाले क्रेता द्वारा 50,000 बयाना राशि विक्रेता को दिया गया, अभनपुर पंजीयन कार्यालय में दिनांक 4 फरवरी 2014 को मृतक के उक्त भूमिका विक्रय पंजीयन भी किया गया, जिसमें दो गवाह भी शामिल हुए। इस बीच पंजीयन कार्य को लेकर ऋण पुस्तिका की जरूरत पडऩे पर मृतक ने भूमि क्रेता से अग्रिम राशि लेकर कर्ज की राशि दो लाख दस हजार राठी को दे दिया गया, इस दौरान ऋण पुस्तिका के साथ कर्ज अनुबंध मांगे जाने पर राठी द्वारा वापस नहीं किया गया? केवल यही नहीं इस मामले में जानकारी अनुसार राठी द्वारा क्रेता पर इस आशय का दबाव बनाया गया कि शेष राशि आठ लाख सड़सठ हजार पांच सौ रूपये उनके कार्यालय में जमा कर दिया जाये परन्तु क्रेता ने एैसा नहीं किया पश्चात जब उक्त शेष रकम पंजीयन कार्यालय में क्रेता द्वारा भुगतान किया गया तो उसे भी राठी ने रख लिया। खबर अनुसार उक्त दस्तावेज और अपनी शेष राशि के लिए मृतक द्वारा कई बार चक्कर भी काटा गया और इसी विषय को लेकर दोनों के बीच विवाद भी हुआ। तमाम कोशिशों के बाद मृतक टूटता गया और इस तरह के घटना सामने आया?
उक्त मामले मेंं हालांकि नयापारा गोबरा थाना द्वारा टीकम राठी का बयान लिया जा चुका है पर मृतक को न्याय दिलाने के लिए लडऩे वाले सिन्हा का कहना है कि राठी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बहरहाल उक्त मामले में कई तरह के सवाल सजह ही खड़े होते हैंं जैसे कि क्या सचमुच में मृतक के खुदकुशी के पीछे उक्त तरह का कोई मामला था नहीं तो खुदकुशी के पीछे की सच्चाई क्या है।

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